AMU: प्रोफेसर एमजे वारसी के कार्य को देश में सबसे स्वीकृत "आईसीएसई" की पुस्तक में मिला स्थान
अलीगढ़, 19 जुलाईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य प्रोफेसर एमजे वारसी (अध्यक्ष, भाषाविज्ञान विभाग) के कार्य को देश में सबसे स्वीकृत - आईसीएसई (इंडियन सर्टिफिकेर्ट आफ सेकंेड्री एजूकेशन) की पुस्तक में स्थान दिया है।
उनके शोध कार्य के केस स्टडी के अंश द ग्रोइंग इम्पैक्ट ऑफ इंडियाज कल्चरल डाइवर्सिटी को लान्ग मैन हिस्ट्री एंड सॉक्स पुस्तक में शामिल किया गया है।
प्रोफेसर वारसी ने कहा कि संशोधित आईसीएसई पाठ्यक्रम में केस स्टडी संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीयों के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डालती है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय नृत्य और अन्य कलाओं की बढ़ती लोकप्रियता और अमेरिकी कॉलेजों में भारतीय नृत्य की कलात्मक और कलात्मक विशेषताओं को अपनाने के तरीके के बारे में बात करता है।
उन्होंने कहा कि केस स्टडी यह भी बताती है कि कैसे मीडिया प्रौद्योगिकी में सुधार ने हिंदी सिनेमा के लिए आम अमेरिकियों तक पहुंचना आसान बना दिया है।
प्रोफेसर वारसी को जेम्स ई मैकलियोड फैकल्टी अवार्ड (वाशिंगटन विश्वविद्यालय, सेंट लुइस, यूएसए) से भी नवाज़ चुका है। भाषाविज्ञान में उनके काम ने भाषाओं, संस्कृतियों और पहचानों में साझा संचार की उपयोगिता की समझ पैदा करने में मदद की है।



0 Comments